Women’s Day 2024: हर साल 8 मार्च के दिन अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस मनाया जाता है
International Women’s Day: महिलाएं राष्ट्र और समाज में पुरुषों जितनी ही सक्षम हैं। महिलाएं हर क्षेत्र में अपना हुनर दिखा रही हैं और समाज के विकास में योगदान दे रही हैं। हालांकि आज भी महिलाओं को पुरुषों के समान सम्मान और अवसर नहीं मिलते। इसकी एक वजह महिलाओं को उनके अधिकारों के बारे में पता न होना है। एक ही क्षेत्र में एक समान काम करने वाले पुरुष की आय महिला से अधिक होती है।
महिला दिवस का इतिहास:
दरअसल, 1908 में अमेरिका में मजदूर आंदोलन हुआ था। इस मजदूर आंदोलन में करीब 15 हजार महिलाएं शामिल हुई, जो न्यूयाॅर्क की सड़कों पर अपने अधिकारों की मांग करते हुए उतरी। कामकाजी महिलाओं की मांग थी कि उनकी नौकरी के घंटे कम किए जाएं और वेतनमान बढ़ाया जाए। इसके अलावा इस आंदोलन में महिलाओं को मतदान का अधिकार देने की भी मांग की गई। जब सरकार के कानों में कामकाजी महिलाओं की आंदोलन की आवाज पहुंची, तो एक साल बाद 1909 में अमेरिका की सोशलिस्ट पार्टी ने महिला दिवस मनाने का एलान किया।
8मार्च को क्यों मनाते हैं अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस?
महिला दिवस 8 मार्च को मनाने की एक खास वजह है। अमेरिका में कामकाजी महिलाओं ने 8 मार्च को अपने अधिकारों को लेकर आंदोलन करते हुए मार्च निकाला था। जिसके बाद सोशलिस्ट पार्टी ने इस दिन महिला दिवस मनाने का एलान किया। बाद में 1917 में पहले विश्व युद्ध के दौरान रूस की महिलाओं ने ब्रेड और पीस के लिए हड़ताल किय बाद में सम्राट निकोलस ने अपना पद त्याग दिया और महिलाओं को मतदान का अधिकार मिला।ये देख यूरोप की महिलाओं ने भी कुछ दिन बाद 8 मार्च को पीस ऐक्टिविस्ट्स का समर्थन करते हुए रैलियां निकाली। इस कारण 8 मार्च को अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस मनाने की शुरुआत हो गई। बाद में 1975 में संयुक्त राष्ट्र ने अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस को मान्यता दे दी।
अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पहली बार कब मनाया गया:
International Women’s Day
अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस को औपचारिक मान्यता 1975 में उस वक़्त मिली, जब संयुक्त राष्ट्र ने भी ये जश्न मनाना शुरू कर दिया.
भारत में महिला दिवस किसकी याद में मनाया जाता है?
जानिए उनकी जयंती को राष्ट्रीय महिला दिवस के तौर पर क्यों मनाते हैं. Sarojini Naidu Jayanti: आज जानी-मानी कवयित्री और स्वतंत्रता सेनानी सरोजिनी नायडू (Sarojini Naidu) की जयंती है. उनकी जयंती को भारत में राष्ट्रीय महिला दिवस के तौर पर सेलिब्रेट किया जाता है.
महिला दिवस का मतलब क्या होता है?
इसे संयुक्त राष्ट्र द्वारा चयनित राजनीतिक और मानव अधिकार विषयवस्तु के साथ महिलाओं के राजनीतिक एवं सामाजिक उत्थान के लिए मनाया जाता हैं। कुछ लोग बैंगनी रंग के रिबन पहनकर इस दिन का जश्न मनाते हैं। सबसे पहला दिवस, न्यूयॉर्क नगर में 1909 में एक समाजवादी राजनीतिक कार्यक्रम के रूप में आयोजित किया गया था।
महिला दिवस मनाने का मुख्य उद्देश्य क्या है?
अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस महिलाओं की उपलब्धियों का जश्न मनाने और अधिकारों की प्रगति का वार्षिक कार्यक्रम है। इसकी शुरुआत 20वीं सदी में अमेरिकी समाजवादी और श्रमिक आंदोलनों से हुई थी। उस समय महिलाएं काम के घंटे कम करने, बेहतर वेतन और वोट देने के अधिकार के लिए लड़ रही थी। 1911 में महिला दिवस का पहला उत्सव मनाया गया था।
हर महिला है एक समान…उसे समझो न प्यारे कोई चलता-फिरता समान…क्योंकि जहां होता है नारी का सम्मान…समझ लो वो स्थान ही है स्वर्ग के समान…Happy International Women’s Day
महिला दिवस के बारे में सबसे अच्छा संदेश क्या है?
इस अवसर पर, आइए हम उन सभी उल्लेखनीय महिलाओं की हार्दिक सराहना करें जो उत्कृष्टता के प्रति अपने दृढ़ संकल्प और समर्पण से हमें प्रेरित करती हैं। आइए हम उनकी सफलताओं का जश्न मनाएं, उनके योगदान को पहचानें और लैंगिक समानता को बढ़ावा देने और महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए अपनी प्रतिबद्धता की पुष्टि करें।
महिला दिवस का अर्थ क्या है?International Women’s Day
ये दिन महिलाओं की उपलब्धियों को सलाम करने का दिन है। इस दिन को महिलाओं की आर्थिक, सांस्कृतिक, राजनीतिक, सामाजिक तमाम उपलब्धियों के उत्सव के तौर पर मनाया जाता है। साथ ही उन्हें यह ऐहसास कराया जाता है कि वह हमारे लिए कितनी खास हैं
नारी के दिल में होती है अनगिनत ताकतें,
जो वो समझे नहीं, वो है मूर्ख जहां।
महिला का दिल है भावुक, उसमें है प्रेम की लागन,
समझो इसे अच्छे से, ये नारी है कमाल की मिसाल।
हैप्पी विमेंस डे