Sunita kejriwal: एक नायक के पीछे एक नायिका
सुनीता केजरीवाल, जो दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की पत्नी हैं, अपने सादगी और संयमित जीवन के लिए जानी जाती हैं। हालांकि उन्होंने राजनीति में सीधे तौर पर कभी हिस्सा नहीं लिया है, लेकिन उनका योगदान और समर्थन उनके पति की राजनीतिक यात्रा में अति महत्वपूर्ण रहा है। सुनीता केजरीवाल का जीवन, संघर्ष और समर्पण अरविंद केजरीवाल की सफलता के पीछे की कहानी में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
Sunita kejriwal प्रारंभिक जीवन और शिक्षा
सुनीता केजरीवाल का जन्म एक साधारण परिवार में हुआ था। शिक्षा के प्रति उनका झुकाव बचपन से ही था। उन्होंने अपनी प्रारंभिक शिक्षा पूरी करने के बाद प्रतिष्ठित राष्ट्रीय राजस्व सेवा (IRS) में शामिल होने का निर्णय लिया। सुनीता ने दिल्ली विश्वविद्यालय से शिक्षा प्राप्त की और फिर IRS में एक अधिकारी के रूप में काम करना शुरू किया। यह वही समय था जब उनकी मुलाकात अरविंद केजरीवाल से हुई, जो बाद में उनके जीवनसाथी बने।
Sunita kejriwal का व्यक्तिगत जीवन
1995 में अरविंद और सुनीता ने शादी की। उनका वैवाहिक जीवन सादगी और समझदारी का प्रतीक है। अरविंद केजरीवाल के सार्वजनिक जीवन की चुनौतियों के बावजूद, सुनीता ने एक शांत और स्थिर पारिवारिक जीवन बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। उनकी दो संतानें हैं – बेटी हर्षिता और बेटा पुलकित।
अरविंद केजरीवाल की राजनीतिक यात्रा में कई उतार-चढ़ाव आए हैं, लेकिन सुनीता हमेशा उनके साथ खड़ी रहीं। उनका समर्थन सिर्फ एक पत्नी के रूप में नहीं, बल्कि एक साथी और मित्र के रूप में भी महत्वपूर्ण रहा है। जब अरविंद केजरीवाल ने भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई में कदम रखा और बाद में आम आदमी पार्टी (AAP) की स्थापना की, तो सुनीता ने उन्हें मानसिक और भावनात्मक सहारा दिया।
Sunita kejriwal का करियर और योगदान
सुनीता केजरीवाल खुद एक वरिष्ठ IRS अधिकारी रह चुकी हैं। 2016 में, उन्होंने सेवा से स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति (VRS) ली। करियर के इस मोड़ पर उन्होंने एक महत्वपूर्ण निर्णय लिया, जिससे वह अपने परिवार को और अधिक समय दे सकें।
हालांकि सुनीता ने हमेशा अपने काम को प्राथमिकता दी, लेकिन उन्होंने यह भी सुनिश्चित किया कि उनके परिवार की ज़रूरतों को कभी अनदेखा न किया जाए। करियर और पारिवारिक जिम्मेदारियों के बीच संतुलन बनाने की उनकी क्षमता सराहनीय रही है। उनके पास वित्तीय और प्रशासनिक विशेषज्ञता का गहरा ज्ञान है, और उनके इस कौशल ने अरविंद केजरीवाल के कामकाज में अप्रत्यक्ष रूप से मदद की है।
अरविंद केजरीवाल के साथ संबंध
अरविंद और सुनीता का रिश्ता सिर्फ एक पति-पत्नी का नहीं है, बल्कि यह एक साझेदारी है। अरविंद केजरीवाल जब भी राजनीतिक चुनौतियों का सामना करते हैं, तो सुनीता उनका मुख्य सहारा होती हैं। खासकर तब, जब अरविंद केजरीवाल ने भ्रष्टाचार के खिलाफ अपनी लड़ाई शुरू की थी और उन्होंने अपने राजनीतिक जीवन में कई बार जेल भी जाना पड़ा था। उस समय, सुनीता ने अपने पति को न सिर्फ भावनात्मक रूप से बल्कि मानसिक रूप से भी मजबूत किया।
Sunita kejriwal सार्वजनिक जीवन में भूमिका
हालांकि सुनीता केजरीवाल खुद कभी राजनीति में सक्रिय नहीं रही हैं, लेकिन उन्होंने अपने पति के लिए हमेशा एक दृढ़ सहारा प्रदान किया है। राजनीति में होने वाली कठिनाइयों और विवादों से निपटने में उनका धैर्य और समझदारी काबिले तारीफ है। सुनीता ने अपने पति की राजनीतिक जिम्मेदारियों और उनके परिवार के जीवन के बीच एक संतुलन बनाए रखा है।
उन्होंने कभी भी सार्वजनिक मंच पर अधिक ध्यान नहीं खींचा, लेकिन उनका मौन समर्थन हमेशा अरविंद केजरीवाल के साथ रहा। जब अरविंद केजरीवाल ने अपने स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए आईएएस की नौकरी छोड़ी और एक सामाजिक कार्यकर्ता बने, तब भी सुनीता ने बिना किसी हिचकिचाहट के उनका समर्थन किया।
Sunita kejriwal पारिवारिक जिम्मेदारियाँ और प्राथमिकताएँ
एक कामकाजी महिला होते हुए भी, सुनीता ने अपने परिवार के प्रति अपनी जिम्मेदारियों को कभी नजरअंदाज नहीं किया। अरविंद केजरीवाल की व्यस्त जीवनशैली के बावजूद, सुनीता ने अपने बच्चों की देखभाल और उनकी शिक्षा पर पूरा ध्यान दिया। उनकी बेटी हर्षिता, IIT दिल्ली से पढ़ाई कर रही हैं और उनका बेटा पुलकित भी अपनी पढ़ाई में उत्कृष्ट प्रदर्शन कर रहा है।
सुनीता केजरीवाल का समाज पर प्रभाव
सुनीता केजरीवाल उन महिलाओं में से हैं, जिन्होंने यह साबित किया है कि एक महिला, चाहे वह किसी भी भूमिका में हो, अपनी ज़िम्मेदारियों को बखूबी निभा सकती है। एक सशक्त महिला के रूप में, उन्होंने न सिर्फ एक पत्नी और मां की भूमिका निभाई, बल्कि एक पेशेवर और एक साथी के रूप में भी उत्कृष्टता प्राप्त की।
उनका जीवन उन महिलाओं के लिए प्रेरणास्रोत है, जो अपने परिवार और करियर के बीच संतुलन बनाने की कोशिश करती हैं। उनका यह संदेश साफ है कि एक महिला अपनी पहचान बनाते हुए भी अपने परिवार और समाज के लिए एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है।
सुनीता केजरीवाल एक ऐसी महिला हैं, जिन्होंने अपनी सादगी और निस्वार्थ सेवा से अपने परिवार और समाज के प्रति अपनी जिम्मेदारियों को बखूबी निभाया है। वह अपने पति अरविंद केजरीवाल की सफलता के पीछे एक मजबूत स्तंभ के रूप में जानी जाती हैं। उनका जीवन इस बात का उदाहरण है कि चाहे कोई सार्वजनिक जीवन में कितना भी ऊंचा उठे, निजी जीवन में स्थिरता और समर्थन से ही सच्ची सफलता मिलती है। सुनीता केजरीवाल, बिना किसी सार्वजनिक दिखावे के, अपने परिवार और पति की प्रेरणा स्त्रोत बनीं हुई हैं, और उनके इस योगदान को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता।