Anil Ambani net worth: एक उतार-चढ़ाव भरी यात्रा
अनिल अंबानी, कभी दुनिया के शीर्ष अमीर व्यक्तियों में से एक थे, जिनकी संपत्ति का तेजी से विस्तार हुआ था। रिलायंस समूह के संस्थापक धीरूभाई अंबानी के पुत्र अनिल ने अपने व्यवसायिक जीवन में कई ऊंचाइयां देखीं, लेकिन पिछले कुछ वर्षों में उनकी वित्तीय स्थिति में भारी गिरावट आई है। 2024 में उनकी नेट वर्थ लगभग ₹50,000 करोड़ होने का अनुमान है, जो उनके करियर के शुरुआती दौर के मुकाबले काफी कम है। यह उनके व्यवसायिक साम्राज्य की सफलता और संघर्षों दोनों को दर्शाता है।
प्रारंभिक सफलता और व्यापारिक विस्तार
अनिल अंबानी ने अपने पिता की कंपनी, रिलायंस इंडस्ट्रीज में काम करना शुरू किया और 2005 में अपने भाई मुकेश अंबानी के साथ कंपनी का बंटवारा किया। इस बंटवारे के बाद, अनिल को टेलीकॉम, इंफ्रास्ट्रक्चर, वित्तीय सेवाएं, और एंटरटेनमेंट के क्षेत्र मिले। उन्होंने इन क्षेत्रों में बड़े पैमाने पर निवेश किया और उनका टेलीकॉम उद्यम, रिलायंस कम्युनिकेशंस, देश के सबसे बड़े टेलीकॉम ऑपरेटरों में से एक बन गया।
उस समय, अनिल अंबानी की नेट वर्थ में तेजी से वृद्धि हुई और वे दुनिया के सबसे धनी व्यक्तियों में शामिल हो गए। 2008 में, उनकी संपत्ति $42 बिलियन (₹3 लाख करोड़) तक पहुंच गई थी, जिससे वे भारत के सबसे धनी व्यक्तियों में शुमार हो गए थे।
टेलीकॉम में गिरावट और वित्तीय संकट
हालांकि, उनकी सफलता लंबे समय तक कायम नहीं रह सकी। टेलीकॉम क्षेत्र में बढ़ती प्रतिस्पर्धा और रिलायंस जियो जैसी कंपनियों के आगमन ने रिलायंस कम्युनिकेशंस की वित्तीय स्थिति को कमजोर कर दिया। 2019 में, कंपनी को दिवालिया घोषित करना पड़ा, जिससे अनिल अंबानी की नेट वर्थ में भारी गिरावट आई। इसके अलावा, बढ़ते कर्ज और वित्तीय संकटों के चलते उन्होंने अपनी कई कंपनियों को बचाने के लिए संपत्ति बेची और कर्जदाताओं के साथ निपटान की कोशिश की।
कानूनी और वित्तीय चुनौतियाँ
अनिल अंबानी की कंपनियां लगातार वित्तीय दबाव में रहीं, विशेषकर रिलायंस इंफ्रास्ट्रक्चर और रिलायंस कैपिटल, जो उनके व्यापार का महत्वपूर्ण हिस्सा हैं। रिलायंस इंफ्रास्ट्रक्चर देश के कुछ प्रमुख इन्फ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट्स में शामिल है, जैसे कि बिजली वितरण और सड़क निर्माण, लेकिन वित्तीय संकट के चलते इसे भी नुकसान झेलना पड़ा।
इसके अलावा, उन्होंने अपने ऊपर चढ़े कर्ज को कम करने के लिए कई संपत्तियों को बेचने की योजना बनाई। 2020 में, एक अदालत ने उन्हें अदाणी पावर के साथ 202 करोड़ रुपये का भुगतान करने का आदेश दिया, जिससे उनके कर्ज में और बढ़ोतरी हो गई।
संपत्तियाँ और व्यक्तिगत जीवन
अनिल अंबानी की संपत्ति में मुंबई और अन्य प्रमुख शहरों में भव्य रियल एस्टेट संपत्तियां शामिल हैं। उनका मुंबई स्थित घर, सी विंड, एक भव्य और आलीशान संपत्ति है, जिसकी कीमत करोड़ों में है। उनके पास कई महंगी कारें, जैसे रोल्स रॉयस और बेंटले हैं, और एक निजी जेट भी है।
हालांकि, उनकी व्यक्तिगत संपत्ति ने उन्हें कुछ स्थिरता दी है, लेकिन उनकी कंपनियों पर चढ़े भारी कर्ज ने उनकी कुल नेट वर्थ पर गहरा प्रभाव डाला है। 2024 में उनकी कुल संपत्ति लगभग ₹50,000 करोड़ आंकी गई है, जो पहले की तुलना में काफी कम है, लेकिन वे अभी भी भारत के प्रमुख उद्योगपतियों में गिने जाते है।
भविष्य की चुनौतियाँ और संभावनाएँ
अनिल अंबानी के लिए आने वाले साल आसान नहीं होंगे। उनके व्यापारिक साम्राज्य को पुनः स्थापित करने के लिए उन्हें अपने व्यापार में नवीनीकरण और पुनर्गठन की आवश्यकता होगी। हालांकि उन्होंने अपने कई व्यवसायों से किनारा किया है, फिर भी वे कुछ रणनीतिक निवेशों के जरिए अपनी स्थिति को सुधारने की कोशिश कर रहे हैं। उनके पुनर्गठन प्रयासों से यह संभव है कि भविष्य में उनकी वित्तीय स्थिति में कुछ सुधार हो सकता है।
अनिल अंबानी का सफर एक यादगार उदाहरण है कि कैसे एक ऊंचाई पर पहुंचने वाला उद्योगपति भी आर्थिक कठिनाइयों और चुनौतियों का सामना कर सकता है। उनका व्यवसायिक साम्राज्य भले ही आज संघर्ष कर रहा हो, लेकिन उनके द्वारा किए गए विभिन्न व्यापारिक फैसले और उनकी संपत्तियों की विविधता उन्हें भारतीय व्यापार जगत में एक महत्वपूर्ण व्यक्ति बनाए रखती है। उनकी नेट वर्थ में उतार-चढ़ाव भले ही आते रहें, लेकिन उनका प्रभाव और नाम हमेशा भारतीय उद्योग जगत में रहेगा।